तीज, Teej festival का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

तीज,Teej festival का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

तीज का त्यौहार/Teej Festival एक हरियाली पर्व के रूप में मनाया जाता है इस दिन सुहागन महिलाएं अपने व्रत आयु को बढ़ाने के लिए व्रत रखती हैं तथा इस पर्व को हरियाली के रूप में मनाया जाता है तीज के दिन हर शहर में गली में मेहंदी/Mehndi का एक उत्साह देखने को मिलता है इस दिन लड़कियांमहिलाएं अपने हाथों पर मेहंदी/Mehndi लगाती हैं तथा एक दूसरे के साथ मिलकर इस त्यौहार को खुशी पूर्वक बनाती है

यह एक रंगीन व हरियाली पर्व के रूप में तीज का त्यौहार हिंदू सभ्यता में मुख्य रूप से मनाया जाता है हरियाली का प्रतीक भी कहा जाता है तीज के दिन हर शहर में छोटे से मेले का आयोजन वाह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है जिसे देखने के लिए सभी लड़कियां व महिलाएं सर्वाधिक मात्रा में जाती हैं मेले का आनंद बेहद उत्साह के साथ प्रस्तुत किया जाता है

तीज का त्यौहार का आयोजन सर्वप्रथम कब हुआ, When was the festival of Teej first organized,

हरियाली तीज/Teej Fastival का त्यौहार सर्वप्रथम सावन मास की क्या तृतीय तिथि को मनाया गया था इस दिन सुहागन महिलाएं अपनी व्रत की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं तथा अपने हाथों पर मेहंदी लगाकर इस त्यौहार को खुशी के साथ मनाती हैं इस त्यौहार में कुछ महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं कुछ स्थानों पर पूजा करने के बाद इस त्यौहार को मनाया जाता है सावन मास ना भगवान शिव को प्रिय है उतना ही माता पार्वती को भी प्रिय है हिंदू मान्यताओं के अनुसार तीज के दिन ही माता पार्वती और भगवान शिव का पुनर्मिलन हुआ था उसी दिन से तीज का पास सर्वप्रथम मनाया जाने लगा है ।

कजरी तीज क्या है या बडी तीज, What is Kajari Teej or Badi Teej,

राजस्थान में कजरी तीज को ही बड़ी तीज कहते हैं जिसे छोटी तीज के नाम से भी जाना जाता है हिंदू कैलेंडर के अनुसार जय तीज का त्यौहार बहादुर महीने के कृष्ण पक्ष के तीसरे दिन पड़ता है यह हरियाली पर्व है तथा इसमें मेहंदी/Mehndi को लाना एक शुभ माना गया है सभी सावन महीना में हाथों पर मेहंदी लगाकर इस त्यौहार को उसी से बनाती हैं तथा मेहंदी का लगाना एक लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है तीज के दिन सभी महिलाएं अपने व्रत की व्रत आयु को पढ़ाने के लिए रखते हैं कुछ जगहों पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं सभी शहरों में मनाया जाता है तथा इसके लिए और अच्छा बनाने के लिए हर शहर में मेले का आयोजन व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिससे शहर की और भी चमक बढ़ जाती है

कजरी तीज क्या है या बडी तीज, What is Kajari Teej or Badi Teej,

सातुड़ी तीज/Saturi Teej भी सावन मास की तृतीय तिथि को बड़ी तीज बा कजरी तीज के रूप में मनाया जाएगा, यह त्योहार महिलाओं के लिए मनाया जाता है शादी सुदा महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए तीज के त्यौहार मैं व्रत रखती हैं और मेहंदी/Mehndi लगा कर सुहागन के रूप में इस त्योहार को मनाती हैं सातुड़ी तीज का त्यौहार जीवन की सुख शांति के लिए निर्जला व्रत के रूप में रख बनाया जाता है तीज का त्यौहार है हरियाली पर्व के रूप में मनाया जाता है तथा इस त्यौहार को सर्वाधिक हिंदू सभ्यता के लिए प्रस्तावित किया गया है यह त्योहार सावन में बहुत खुशी बा उत्साह के रूप में मनाया जाता है ।

कजरी तीज क्या है या बडी तीज, What is Kajari Teej or Badi Teej,

तीज का त्यौहार हरियाली पर्व के रूप में मनाया जाता है तथा इस दिन मेले में लड़कियां व महिलाएं इस त्यौहार को खुशी को और अधिक बनाने के लिए घूमने के लिए घर से आती है तथा मेले में छोटे बच्चे का खेल खिलौने उनके खेलने के समान इत्यादि लेने से इस त्यौहार की खुशी को और दुगना कर देता है तीज का त्यौहार मेहंदी का भी प्रतीक है इसी दिन से मेहंदी की सर्वप्रथम रसम शुरू की गई थी तीज के दिन मेहंदी लगाना महिलाओं के लिए बहुत शुभ माना जाता है तीज के त्यौहार के दिन मेलों में झूले झूलने का आयोजन आयोजन भी किया जाता है जिसमें महिलाएं, लड़कियां झूला झूलती हैं

इस त्योहार की परंपरा को और ज्यादा बढ़ा दिया जाता है तीज के त्यौहार में मेले में भीड़ को कम करने के लिए जगह जगह प्रशासन द्वारा कुछ पुलिसकर्मी लगा दिए जाते हैं जिससे महिलाओं को इस त्यौहार में कोई परेशानी नहीं हो तथा उनकी सुरक्षा के लिए भी पूर्ण देखभाल की जाती है यह तो त्यौहार महिलाओं के लिए बहुत शुभ हो अच्छा त्योहार माना जाता है ।

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