दीपावली क्यों मनाई जाती है/ Diwali kyu Manayi Jati Hai?
दिवाली क्यों मनाई जाती है दोस्तों आज हम इस आर्टिकल/Aritical में आपको बताने वाले हैं दिवाली का त्यौहार क्यों जरूरी होता है और इसको लोग क्यों बनाते हैं तो आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आज आपको संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं इसलिए आप हमारे आर्टिकल/Aritical में लास्ट तक बने रहे ।
दीपावली/Diwali त्यौहार के लिए क्या-क्या तैयारी करते है?
दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए सबसे पहले घर में साफ सफाई तैयारी शुरू हो जाती है और जो हमारे घर में वेस्टेड/Westej चीजें जैसे खराब समान उपकरण वगैरह सब चीजों को बाहर करके उसको हम बाहर करते हैं जैसा कि घर में पेंट/Pant काम भी करते हैं और साथ ही उसके घर की जरूरतमंद चीजों को भी घर में लाया जाता है और बड़े उत्साह के साथ सामान को लाया जाता है और इस प्रकार इस तोहार बड़े उत्साह साथ मनाया/ Celebireat जाता है
इस त्यौहार के दिन बहुत सी ऐसी चीजें की जाती हैं जिससे कि सब लोग एकत्रित होते हैं और वह प्रेम भाव से एक साथ रहते हैं उसके लिए वह अपने अपने घरों की सजावट के लिए लोग झालर लाइट/Light आदि घर पर लगाते हैं और फूलों से भी घर को सजाते हैं और इसके साथ तो दीपावाली/Diwali के दिन दीप और दिए खरीद कर मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा के लिए यह सब तैयारी करते हैं और उस दिन बड़ी धूमधाम से मां लक्ष्मी और गणेश जी और कुबेर महाराज जी की पूजा करते हैं जिससे कि हम अपने घर सुख समृद्धि के लिए कामना करते हैं और यह सब करने से मन को शांति मिलती है ।
दीपावली /Diwali में पूजा अर्चना कैसे करे ,
दीपावली के दिन घर में मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है जिसे घर की सुख समृद्धि की कामना कर घर की पूजा में स्थान दिया जाता है जिससे परिवार में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है जिससे परिवार में धन की कमी नहीं होती है जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है जिससे मां लक्ष्मी और गणेश अपना आशीर्वाद अपने भक्तों पर बनाए रखती हैं ।
महाभारत से जुड़ी है दीपावली /Diwali की परंपरा ?
महाभारत काल से जुड़ी चली आ रही है दीपावली की परंपरा , हिंदू परंपराओं में दीपावली का त्यौहार सर्वाधिक खुशी से उत्साह से मनाया जाता है मां लक्ष्मी वह गणेश की पूजा की जाती है, इस दिन कार्तिक मास की अमावस्या तिथि में लौटे थे भगवान श्री राम उनके आने की खुशी में दीपावली /Diwali का तोहार बेहद उत्साह से मनाया जाता है, दीपावली त्यौहार के अगले दिन गोवर्धन पूजा का की जाती है ।
दीपावली/Diwali के दिन मां लक्ष्मी का जन्म ?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार समुद्र मंथन से मां धन लक्ष्मी का जन्म हुआ इस दिन घर में मां लक्ष्मी गणेश की पूजा कर सुख समृद्धि का विधान है तथा इससे सभी मनोकामना पूर्ण होती है सभी अपने घर मां लक्ष्मी व गणेश की मूर्ति लाकर पूजा करते हैं ।
इस दिन भगवान श्री कृष्ण/Shree Krishna ने किया था नरकासुर का वध ?
नरकासुर ने अपने अहंकार के चलते तीनों लोकों में सभी ऋषि-मुनियों वा देवताओं को बहुत ज्यादा दुखी कर रखा था तब भगवान श्रीकृष्ण ने सत्यभामा को अपना सारथी बना कर उसका वध किया ब्रह्मा जी से उसे यह वरदान प्राप्त था कि उसकी मृत्यु किसी महिला के हाथों ही होगी उसकी मृत्यु के बाद श्री कृष्णा ने 16000 महिलाओं को उसके बस से छुड़ाया , दीपावली/ Dipawali के 2 दिन बाद भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें बहन अपने भाई का टीका कर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है । इसी प्रकार दीपावली/Diwali की खुशियां और ज्यादा बढ़ जाती हैं इसलिए हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा लोकप्रिय माने जाने वाला त्यौहार दीपावली का त्यौहार बताया जाता है ।
गोवर्धन/Govardhan पूजा क्यों की जाती है?
दीपावली/Diwali के अगले दिन गोवर्धन पूजा का प्रावधान है जिसमें घर में माताओं बहनों द्वारा गौ माता की पूजा की जाती है तथा गोबर की प्रतिमा बनाकर संपूर्ण रीति-रिवाजों से गौ माता का ध्यान कर गोवर्धन पूजा अर्चना महिलाओ द्वारा की जाती है ,और इसे बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है घर की महिलाओं द्वारा संपूर्ण विधि द्वारा पूजा संपन्न की जाती है जिससे घर में सुख समृद्धि व धन की पूर्णता बनी रहती है ,और पूजा के बाद गोबर की बनी प्रतिमाएं पूर्ण विधि-विधान द्वारा गंगाजल में विसर्जन कर मैं सेहरा दी जाती है इससे इस पूजा का संपूर्ण विधि विधान से संपन्न हो जाती है ।
विश्वकर्मा / Vishwakarma पूजा क्या है?
गोवर्धन पूजा के दिन ही विश्वकर्मा पूजा का प्रावधान संपूर्ण किया जाता है विश्वकर्मा पूजा वाले दिन हम अपने द्वारा किए जा रहे कार्य पर लगने वाले उपकरण जैसे कि लोहे के समान सनी मशीनरी औजारों की विधि विधान से पूजा संपन्न करते हैं जिससे हमारे चल रहे कारोबार में आ रही दिक्कत है सब खत्म हो जाती है वह हमारा कारोबार बहुत अच्छी तरह चलने लगता है इससे हमें कभी धन की कमी नहीं होती है ।
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